बचपन पूरा शहर में बीत गया पर सब कुछ धुंधला धुंधला सा है, गाँव जाना तो हमारा सिर्फ गर बचपन पूरा शहर में बीत गया पर सब कुछ धुंधला धुंधला सा है, गाँव जाना तो हमार...
चल ले चल हमें बहार में उस जहां प्यार के रंग सदा खिलते हों! चल ले चल हमें बहार में उस जहां प्यार के रंग सदा खिलते हों!
जो सोचा ना था वो हो गया जीवन में , ख्वाबों में देखा था जिसे वो बस गया मेरे मन में, जो सोचा ना था वो हो गया जीवन में , ख्वाबों में देखा था जिसे वो बस गया ...
करते पब्लिक का काम तमाम। कितना बदल गया इंसान। करते पब्लिक का काम तमाम। कितना बदल गया इंसान।
मशालों को तुम अपनी बुझाना मत उनसे घर किसी का जलाना मत, मशालों को तुम अपनी बुझाना मत उनसे घर किसी का जलाना मत,
इंसानी रूप में मेरी ही संवेदनाएं मर गई तुम्हारे लिए। इंसानी रूप में मेरी ही संवेदनाएं मर गई तुम्हारे लिए।